Mohini mantra, vashikaran mantra
स्त्री वशीकरण मन्त्र (कामख्या मन्त्र)
ॐ नमः कामख्याय रूप
सुन्दरी,
जगत मोहिनी त्रिपुर सुन्दरी।
मोहिनी मोह मोह जगत नारी,
नारी-नारी जीव-जन्तु,
सकल
मोहे... मोहिनी...
मोहिनी मोहे
ॐ नमः गुरुदेव शक्ति तुम्हारी।
सदा रहे लक्ष्यबेध कभी न जाये खाली।
पांचों
प्रकार की हल्दी, धनिया, बच, सन्तरे के छिलके (सूखे)-इनको पोटली
में बांधकर अनार के पेड़ के नीचे मन्त्र पढ़कर (9 बार) दबा दें। यहां प्रतिदिन गाय के घी का दीपक जलाकर उपर्युक्त मन्त्र 1188 बार 21 दिन तक अर्द्धरात्रि में पढ़ें। इसके बाद निकालकर 21 दिन तक छाया में सुखायें। इसे कूट-पीसकर कपड़े में छान लें। इस
चूर्ण को किसी भी स्त्री को चेहरे पर गाय के दूध में लेप बनाकर (एक चम्मच का) लगाने के
लिए कहें। सूखने पर चेहरा धोने के बाद उस स्त्री पर त्रिभुवन मोहित हो जायेगा, परन्तु वह आप पर मोहित हो जायेगी ।
प्रेमिका वशीकरण मन्त्र (राधा कृष्ण मन्त्र)
मन में राधे, तन में राधे,
जस देखू तस राधे-राधे,
प्रेम कलश में राधे रहती,
मिलन न होये रातें ढलती।
गौरी माता कृपा करो तुम।
..वश में करो तुम।
(.....में प्रेमिका का नाम )
ओऽऽऽऽऽम् माता पार्वती गौरी
तेरे चरणों शीश है मेरी।
उपर्युक्त मन्त्र प्रेमिका के बालों, अधोवस्त्र या बिस्तर की चादर, शरीर
के वस्त्र आदि में से
किसी
में लपेटकर हृदय पर बांधें। 108
बार मन्त्र पढ़कर सोये।
अगले
दिन उक्त सब कुंछ बरगद की जड़ में दबाकर 21
दिन तक मन्त्र पाठ करके जल डालें।
कैसी भी बेरुखी से भरी युवती आपके प्रेम में बंध जायेगी ।
प्रेमी वशीकरण मन्त्र (कृष्ण मन्त्र)
कृष्ण मुरारी श्याम मनोहर,
मुरलीधारी कृष्ण दिवाकर,
हे प्रभु सुन ले विनती मोरी,
कर दे मेरी इच्छा पूरी।
.............मेरे प्रेम में डूबे। (.....में प्रेमिका का नाम )
सब कुछ भूले मुझमें डूबे।
ओऽऽऽऽऽम् श्री कृष्णाय नमः
प्रेमी के मोजे या अधोवस्त्र या बाल-इनको लेकर
अपने वक्ष के मध्य, हृदयमूल पर बाधकर रात में 108 मन्त्र पढ़कर सोयें। प्रात: इसे अनार
के पेड़ की जड़ में दबाकर 21 दिन तक मत्र पढ़कर ब्रह्ममुहूर्त में जल डालें
। इस बीच प्रतिदिन किसी - न - किसी बहाने प्रेमी से मिलें, भले ही प्रेम का इंजहार न करें, वह स्वयं प्रेम का इजहार करेगा और आपके
वश में होगा।